विक्रम मिश्र, लखनऊ. पुलिस कमिश्नर ने राजधानी की कानून व्यवस्था को बदलते हुए नए आदेश जारी कर दिया है. पुलिस आयुक्त के नए आदेश से अब सीधे जनता को राहत मिलने वाली है. जनता की परेशानियों को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने थानों में तैनात हर पुलिसकर्मी का कार्य विभाजन कर दिया है. वर्तमान में सभी थाना क्षेत्रों में तैनात प्रभारी निरीक्षक ही सभी जिम्मेदारियों को निभाता था. लेकिन अब प्रभारी से लेकर एक-एक एसआई तक को महिला सुरक्षा, डायल 112, तकनीकी, नागरिक सेवाएं जैसे काम बांट दिए है.
पुलिस कमिशनर अमरेंद्र सिंह सेंगर द्वारा दिए गए नये आदेश में साफ तौर पर यह आदेश दिए गए है की अपनी समस्याएं लेकर थाने पर आने वाले नागरिकों को अब इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा. थाने पर बनी हेल्प डेस्क प्रत्येक नागरिक को उसकी समस्या से जुड़े पुलिस अधिकारी के बारे में जानकारी देंगे. संबधित पुलिस कर्मी से मिलकर लोग अपना कामबगैर भटके करवा लेंगे. पुलिस आयुक्त ने थाने पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों को कार्यविभाजन करके जिम्मेदारी दी है. इसके साथही अब हर काम के लिये थाना प्रभारी ही नहीं बल्कि उस नामित काम के लिये जिम्मेदार पुलिस कर्मी को भी जवाबदेह बनाया गया.
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महिला सुरक्षा और उनसे जुड़े अपराधों को लेकर एक महिला उप-निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है. इस आदेश के तहत महिला सुरक्षा का दायित्व संभालने वाली महिला उप निरीक्षक के पास मिशन शक्ति कार्रवाई, एन्टीरोमियो स्क्वॉड, घरेलू हिंसा, महिला संबंधी अपराध एवं सुरक्षा, महिला हेल्प डेस्क के संचालन के साथ ही महिला बीट के संचालन का काम दिया गया है. इसी प्रकार से थानों से होने वाले सभी कार्यों की जिम्मेदारी सभी पुलिस कर्मियों की दी गई है. कार्य वितरण होने से अब जवाबदेही भी संबधित की होगी. अगर कोई लापरवाही हुई तो जिस स्तर पर गड़बड़ी हुई है उसी पुलिस कर्मी पर कार्रवाई भी होगी.
थाना प्रभारी, निरीक्षक की जिम्मेदारी भी तय
पुलिस कमिशनर के आदेश के अनुसार थाना क्षेत्र में अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण और शांति व्यवस्था बनाये रखने से लेकर उच्चाधिकारियों द्वारा दिये गये आदेशों-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करना और अधीनस्थों से अनुपालन करवाना साथ ही थाना क्षेत्र में निवास करने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों की जानकारी रखना तथा उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखने के साथ थाना क्षेत्र में निवास करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करना और उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करना. नित्य प्रति थाना मालखाना के शस्त्र और कारतूस का मिलान कर रोजनामचाआम में अंकित करना. नित्य प्रति कैशबुक का आवलोकन करना और नित्य प्रति उच्चाधिकारियों से मिले डाक का अवलोकन और उनकी ओर से दिए गए निर्देशों का अनुपालन करना और कराना. प्रभारी निरीक्षक की गोपनीय पुस्तिका का सुरक्षित रखरखाव एवं उसमें तत्सम्बन्धी प्रविष्टियों का अंकन. नित्य प्रति रोजना मचाआम के बंदी का अवलोकन. थाना क्षेत्र की समस्त महत्वपूर्ण घटनाओं एवं क्षेत्र की स्थिति से उच्चाधिकारियों को अविलम्ब अवगत कराते हुए घटनाओं पर प्रभावी कार्रवाई करना. अधीनस्थों का समय-समय पर ब्रीफिंग और डी-ब्रीफिंग. अपने पर्यवेक्षण में अधीनस्थों का कार्यक्षेत्र का आवंटन कराना.
थानों पर होगी अतिरिक्त थाना उप निरीक्षकों की तैनाती
पुलिस कमिशनर द्वारा विवेचनाओं का पर्यवेक्षणऔर विवेचकों का पर्यवेक्षण करने के साथ साथ साइबर अपरारधोंकी विवेचना, जांच, कार्रवाई और न्यायालय प्रकरणों के संबंध में तत्परता से कार्रवाई कराना एवं मालखाना, माल मुकदमाती का रखरखाव एवं मालों का निस्तारण,फील्ड यूनिट से समन्वय के लिए थानो पर होगी अतिरिक्त उप निरीक्षको की तैनात किए गए हैं.
वरिष्ठ उप निरीक्षक को करना पड़ेगा ये काम
पुलिस कमिशनर द्वारा थानो में तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षक को आधारभूत संरचना, मूलभूत व्यवस्थाए)-मानव भधिकार संरक्षण, प्रबन्धन, बजट के अनुसार क्रय, राजकीय सम्पत्ति का रखरखाव, अनुरक्षण, निष्प्रयोज्यीकरण, शिफ्ट परिवर्तन एवं ब्रीफिंग
मोटरवाहन, भवन रखरखाव, मरम्मत, स्टेशनरी इत्यादि कामो को करेंगे.
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उप निरीक्षक (आन्तरिक प्रशासन)-
ड्यूटी लगाना, गश्त चार्ट निर्धारण, वेतन, यात्रा भत्ता, चिकित्सा प्रतिपूर्त, चिक खुराक आदि, अवकाश का रिकॉर्ड, कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण, थाना परिसर की साफ-सफाई, इत्यादि कार्यकरेंगे.
उप निरीक्षक (नागरिक सेवाएं)-
इसमें थाने में तैनात उप निरीक्षक को सामुदायिक पुलिसिंग,सिविल डिपफेन्स, विशेष पुलिस अधिकारी, ग्राम प्रहरी, वेरिफिकेशन-पासपोर्ट, पीवीआर, सीवीआर, एमवीआर, डिजिटल वॉलंटियर, S-10 से समन्वय, सिटीजन सर्विसेज का प्रभावी संचालन करने का कार्य करेंगे.
उप निरीक्षक (महिला सुरक्षा)-
मिशन शतक्ति कार्रवाई, एन्टी रोमियो स्क्वॉड, घरेलू हिंसा, महिला संबंधी अपराध एवं सुरक्षा, महिला हेल्प डेस्क का संचालन, महिला बीट का संचालन करेंगी.
उप निरीक्षक (तकनीकी)-
थाना परिसर में लगे कम्प्यूटर एवं आईटी सम्बन्धी कार्य. सर्विलांस एवं साइबर प्रबंधन. सीसीटीवी का रख रखाव एवं विश्लेषण. सीसीटीएनएस का प्रभावी संचालन. पीए सिस्टम, वायरलेस की व्यवस्थाओं को देखने का काम करेंगे.
उप निरीक्षक (कंट्रोल रूम, यूपी 112)-
इसमें उप निरीक्षक यूपी-112 का प्रबंधन, कंट्रोल रूम से समन्वय, वीआईपी ड्यूटी करेंगे.
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