दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) को स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार से संबंधित एक शिकायत मिली है. देवेंद्र यादव ने दिल्ली के अस्पतालों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए LG से हस्तक्षेप की मांग की है.
देवेंद्र यादव ने कहा, ”दिल्ली सरकार के 24 स्वीकृत अस्पतालों से जुड़ी परियोजनाओं पर काम जारी है, जिनकी कुल लागत 5,590 करोड़ रुपये है, लागत से अधिक खर्च हो चुका है जबकि काम अभी तक पूरा नहीं हुआ. 7 ICU अस्पतालों 6,800 बिस्तरों के लिए 1,125 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे लेकिन 3 साल बाद भी काम केवल 50 % ही हुआ है. 94 नियोजित बहुउद्देशीय क्लीनिकों में से केवल 52 ही बनाए गए हैं. इनकी लागत रहस्यमय रूप से 168.58 करोड़ रुपये से बढ़कर 220 करोड़ रुपये हो गई है, इसकी जांच होनी चाहिए. इनमें से अधिकांश क्लीनिक अब निष्क्रिय पड़े हैं”.
देवेंद्र यादव ने कहा कि जिन अस्पतालों का अपग्रेडेशन होना है, वह भी वर्षों विलंब से चल रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज से सवाल पूछते हुए कहा कि उनके पूर्ववर्ती स्वास्थ मंत्री बताएं कि उन्होंने आवश्यक दवाओं की लिस्ट बनाने एवं सभी तरह के अस्पताल प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए क्या किया?
देवेंद्र यादव ने कहा, ”हालात यह है कि दिल्ली के अस्पतालों में 38000 डॉक्टर, विशेषज्ञों, पैरा मेडिकल स्टॉफ सहित अन्य स्टॉफ की कमी है. 1000 मोहल्ला क्लीनिक खोलने का वादा था जो मात्र 541 खोले, जबकि इनमें अधिकतर मोहल्ला क्लीनिक भ्रष्टाचार का अड्डा और पशुओं का घर और इनके इर्द गिर्द कूड़े के ढेर पड़े रहते है. ACB की रिपोर्ट में उजागर हुआ कि 65000 से अधिक फर्जी मरीजों की जाँच सिर्फ दो लैब टेस्टों में हुई, अभी जांच चल रही है. वर्ष 2013-14 में डिस्पेंसरी 450 थी, जिनमें एलोपेथिक, मोबाइल हेल्थ क्लीनिक, स्कूल हेल्थ स्कीम शामिल थी जो वर्ष 2022-23 में घटकर 228 रह गई है”.
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