कर्ण मिश्रा। ग्वालियर चम्बल अंचल में बंदूक पिस्टल तमंचे को स्टेटस माना जाता है। यहां खुलेआम हर्ष फायरिंग मानो आम है। इस बीच जारी गणेश उत्सव के दौरान पंडाल में स्थापित एक गणेश प्रतिमा सभी को आकर्षित कर रही है। क्योंकि यह गणपति बप्पा हाथ में आम प्रतिमाओं की तरह तीर, भाला या त्रिशूल नहीं बल्कि राइफल थामे हुए हैं। 

आतंकवादी पर राइफल से निशाना साध रहे गणपति

दरअसल, मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में सबसे ज्यादा लाइसेंसी हथियार है। यहां अवैध हथियारों के जरिए हर्ष फायरिंग और वारदात सबसे ज्यादा रजिस्टर्ड होती है। ऐसे में ग्वालियर के हजीरा स्थित गोसपुरा नम्बर 01 पंडाल में स्थापित भगवान श्री गणेश की प्रतिमा खास चर्चाओं में है क्योंकि यहां गणपति बप्पा अपने हाथ में राइफल थामे हुए आतंकवादी पर निशाना साध रहे हैं।

 गणेश जी खत्म करेंगे चंबल अंचल का क्राइम

जो भी भक्त भगवान श्री गणेश की इस अद्भुत प्रतिमा के दर्शन करने पहुंच रहा है, वह भी इसे देखकर हैरान हो रहा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि यह बात सच है कि ग्वालियर चंबल अंचल में क्राइम का ग्राफ काफी ज्यादा है और यहां लोग हथियार रखने का शौक भी रखते हैं। गणेश प्रतिमा की स्थापना करने वाले लोगों ने बताया कि अब भगवान गणेश ही यहां के क्राइम को खत्म करेंगे। इसलिए उन्हें यहां स्थापित किया गया है।

आधुनिकता के दौर में आधुनिक हथियार जरूरी

इस खास गणेश प्रतिमा को स्थापित करने वाले सतीश पटेल का कहना है कि यूं तो भगवान पारम्परिक शास्त्र हाथों में लिए रहते हैं। इसके जरिए राक्षसों का विनाश किया गया था। लेकिन अब आधुनिकता के दौर में आतंकवादी, बलात्कारी, हत्यारे लूट करने वाले जैसे अपराधी समाज में हैं। जिनके लिए अब बंदूक और आधुनिक हथियार जरूरी हैं। यही वजह है कि जब इस खास प्रतिमा को स्थापित करने का प्लान बनाया गया, तब इस सोच के साथ ही प्रतिमा को तैयार कराया गया और अब उसे स्थापित भी किया है। ताकि भगवान गणेश यहां के क्राइम और क्रिमिनल्स को खत्म करें।

गौरतलब है कि यूं तो गणेश उत्सव के दौरान शहर भर में बहुत सी गणेश प्रतिमाएं स्थापित हैं और सभी अपने रूप के चलते श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं। लेकिन गजानन के हाथ में राइफल लिए हुए यह रूप खूब चर्चाओं में है।

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