लखनऊ। उत्तर प्रदेश के माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी जिस बैरक में थे। वह आज आज भी कोई दूसरा बंदी नहीं रखा गया है। अब तक उनकी बैरक की निगरानी की जा रही है। 6 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। एक सिक्योरिटी गार्ड भी हर पल तैनात रहता है। आइए जानते है आखिर इसकी वजह क्या है..?
मुख्तार अंसारी को 7 अप्रैल 2021 को पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा ले जाया गया था। इसके बाद बांदा मंडल कारागार की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। मुख्तार अंसारी को तन्हाई बैरक में रखा गया, इस बैरक की निगरानी के लिए अलग से छह कैमरे लगवाए गए थे। इन कैमरों का कमांड सीधे लखनऊ ऑफिस से कनेक्ट किया गया था। वहीं 28 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी। जिस पर कई तरह के सवाल उठे और ज्यूडिशियल, मजिस्ट्रेटी जांच बिठाई गई।
ये भी पढ़ें: सपा ने युवा सांसद इकरा हसन को दी बड़ी जिम्मेदारी, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बनाया स्टार प्रचारक
ये है वजह
मुख्तार अंसारी की मौत के पांच महीने हो चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी बैरक को सील रखा गया है। यह कोई भी बंदी नहीं लाया गया है। बैरक की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। इसे लेकर जेलर ने बताया कि मुख्तार की मौत की ज्यूडिशियल और मजिस्ट्रेटी जांच के लिए साक्ष्य संकलन के बाद तन्हाई बैरक को सील कराया गया था। अभी तक बैरक को खोलने का आदेश नहीं आया है। जिसकी वजह से सुरक्षा-व्यवस्था और निगरानी पहले जैसी ही की जा रही है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक