पुरषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। देवभोग में निलंबित पटवारी को बहाल कर दिया गया है। बहाली के साथ ही एसडीएम ने पटवारी का तबादला कर दिया है। इससे पटवारी आहत है और कहा ये निलंबन से बड़ी सजा है।
दरअसल देवभोग तहसील पटवारी संघ के दिए गए चेतावनी के मुताबिक आज अतिरिक्त हल्का का बस्ता सौंपने पटवारी पहुंचे तो एसडीएम तुलसी दास ने उन्हें निलंबित पटवारी नटेश्वर नायडू की बहाली आदेश दिखा दिया। लेकिन इस आदेश में पटवारी नायडू को लाटापारा हल्का के बजाय हल्का 18 दीवानमुड़ा व हल्का 23 डूमर का कार्य दे दिया गया।
इस आदेश को पटवारी संघ ने न्याय संगत नहीं माना और रिसीव नहीं किया। पीड़ित पटवारी नायडू ने कहा की बहाली का यह आदेश निलंबन से बड़ी सजा के बराबर है। कारण बताते हुए कहा कि पिछले डेढ़ माह से गिरदावरी का काम जारी है और हल्का में वो 80 फीसदी कार्य कर चुके हैं। निर्देश के मुताबिक 15 दिन के भीतर गिरदावरी कार्य को पूर्ण कर के देना है। यकायक दो नए हल्का में जाकर गिरदावरी जैसे कार्य को पूरा कर पाना संभव नहीं होगा।
पटवारी ने कहा कि इतना दिन तो फील्ड समझने में लग जाएगा। इस पीड़ा को नायडू ने अपने तहसील संघ में रखे हैं। संघ ने एसडीएम को बहाली आदेश में संशोधन करने का आग्रह कर पुनः विचार करने का वक्त दिया है। इस विषय पर चर्चा करने संघ पदाधिकारी शाम 5 बजे बैठक आहूत किया है।
बता दें कि देवभोग पटवारी नायडू को एसडीएम ने अवकाश के दिन 14 सितंबर को बगैर पक्ष सुने निलंबित किया था। इस कार्रवाई के खिलाफ पटवारी संघ ने निंदा प्रस्ताव पारित करने के साथ ही बस्ता सौंप काम बंद करने की चेतावनी दी थी।
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