रायपुर। कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन राजनांदगांव पुलिस रेंज की चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अवैध शराब बिक्री की शिकायत पर नाराजगी जताई. इसके साथ ही बिक्री को पुलिस का संरक्षण मिलने पर भी चर्चा की. इसके साथ मुख्यमंत्री ने त्रिनेत्र एप और चिटफंड मामलों में और कार्यवाही की जरूरत बताई. इसे भी पढ़ें : कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस: अपराध के आँकड़ों पर CM साय के सख्त तेवर, कहा- स्थिति नियंत्रित लेकिन संतोषजनक नहीं, एसपी-कलेक्टर आपसी समन्वय से करें काम
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजनांदगाँव पुलिस रेंज में काम में कोताही को लेकर साफ शब्दों में शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जांच में अधिकारी उपस्थित नहीं रहते है, ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.
मुख्यमंत्री ने इसके पहले दुर्ग पुलिस रेंज की समीक्षा के दौरान कामकाज पर नाराजगी जताते हुए और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं, ये सही नहीं है. कई मामलों में आरोपी फरार है, इस पर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि किसान सम्मान निधि में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, ऐसे गड़बड़ी भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए. प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पर ना हो, बल्कि वास्तव में हो. नए कानून की जानकारी को बेहतर तरीके से स्वीकार करें और जरूरत के अनुसार ट्रेनिंग कर खुद को अपडेट करते रहें.
वहीं बिलासपुर पुलिस रेंज के कामकाज की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बिलासपुर रेंज में अपराधों में कमी आई है, लेकिन इतने में संतोष नहीं करना है. हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में अपराध में कमी आई है, लेकिन जिला बदर और प्रतिबंधात्मक संबधी कार्रवाई रुकनी नही चाहिए. हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए, ऐसे केस जल्दी सॉल्व करें.
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