शिवम मिश्रा, रायपुर। कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अन्य रेंज के साथ सरगुजा पुलिस रेंज की समीक्षा की. उन्होंने सीतापुर मर्डर केस को लेकर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि सरगुजा पुलिस रेंज चार राज्यों से जुड़ा है. सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण अपराधों के नियंत्रण के लिए सतत निगरानी हो. इसे भी पढ़ें : बलौदाबाजार आगजनी में बिलासपुर सेंट्रल जेल में कैद नेताओं से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता, लगाए गंभीर आरोप
कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम साय ने कहा कि जशपुर में मानव तस्करी रोकने की दिशा में पुलिस ने अच्छा काम किया है. उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस की सराहना की. इसके साथ ही उन्होंने जशपुर जिले में ओडिशा से लगने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में 24 घंटे निगरानी, नशीले पदार्थों की तस्करी पर हो कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में अवरोध डालने वाले अराजक तत्वों को पुलिस चिन्हांकित कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखे.
इसके पहले कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दौरान रायपुर पुलिस रेंज की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने निर्देश दिया कि रायपुर प्रदेश की राजधानी है, यहां की पुलिसिंग बेस्ट हो ये बहुत ज़रूरी है. पिछली कुछ घटनाओं से राजधानी की छवि धूमिल हुई है. रायपुर में भूमाफियों द्वारा शासकीय और आम लोगों की जमीन पर कब्जा की बहुत शिकायतें हैं, राजस्व और पुलिस मिल कर इस पर नियंत्रण करें.
मुख्यमंत्री ने इसके साथ कहा कि राजधानी में रात में गश्त बहुत जरूरी है. यहां नशीली दवाइयों की बिक्री पर कार्रवाई बहुत जरूरी है, इनके इको सिस्टम को तोड़िए और अपराध के जड़ में जाइए. नशे के खिलाफ स्कूल कॉलेज में अभियान चलाकर जागरूकता लाने की जरूरत है. रायपुर में पुलिस पेट्रोलिंग बराबर हो और संगठित अपराध पर लगातार कार्रवाई होनी चाहिए.
राजनांदगांव पुलिस रेंज की चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने अवैध शराब बिक्री की शिकायत पर नाराजगी जताई. इसके साथ ही बिक्री को पुलिस का संरक्षण मिलने पर भी चर्चा की. इसके साथ मुख्यमंत्री ने त्रिनेत्र एप और चिटफंड मामलों में और कार्यवाही की जरूरत बताई. साय ने राजनांदगाँव पुलिस रेंज में काम में कोताही को लेकर साफ शब्दों में शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जांच में अधिकारी उपस्थित नहीं रहते है, ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.
दुर्ग पुलिस रेंज की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने पुलिस के कामकाज पर नाराजगी जताते हुए और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं, ये सही नहीं है. कई मामलों में आरोपी फरार है, इस पर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए.
विष्णु देव साय ने कहा कि किसान सम्मान निधि में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, ऐसे गड़बड़ी भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए. प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पर ना हो, बल्कि वास्तव में हो. नए कानून की जानकारी को बेहतर तरीके से स्वीकार करें और जरूरत के अनुसार ट्रेनिंग कर खुद को अपडेट करते रहें.
वहीं बिलासपुर पुलिस रेंज के कामकाज की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बिलासपुर रेंज में अपराधों में कमी आई है, लेकिन इतने में संतोष नहीं करना है. हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में अपराध में कमी आई है, लेकिन जिला बदर और प्रतिबंधात्मक संबधी कार्रवाई रुकनी नही चाहिए. हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए, ऐसे केस जल्दी सॉल्व करें.
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