हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) में होने वाले दीक्षांत समारोह से पहले विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। समारोह में शामिल होने वाले पीएचडी स्कॉलर्स ने अपनी डिग्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से ही प्राप्त करने की मांग की है। जिसे लेकर पीएचडी के 137 स्कॉलर्स ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे दीक्षांत समारोह का बहिष्कार करेंगे।

समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगी। लेकिन उनके व्यस्त कार्यक्रम के कारण केवल 46 छात्रों को गोल्ड मेडल देने का निर्णय लिया गया है। जबकि पीएचडी के 137 स्कॉलर्स को डिग्री प्रदान की जानी है, उन्हें मंच पर डिग्री देने की अनुमति नहीं दी गई है। स्कॉलर्स का कहना है कि राष्ट्रपति से ही डिग्री लेना उनके लिए एक सम्मान की बात होगी और वे इस अवसर से वंचित नहीं होना चाहते। अगर राष्ट्रपति के हाथों डिग्री नहीं मिलती है तो गवर्नर या फिर उच्च शिक्षा मंत्री उन्हे डिग्री प्रदान करें।

स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम की शुरुआत: CM डॉ मोहन यादव ने दिया स्वच्छता का संदेश, शहर से निकाली ‘मशाल रैली’

स्कॉलर्स ने रखी मांग


पीएचडी स्कॉलर्स ने स्पष्ट किया है कि वे दीक्षांत समारोह में तभी भाग लेंगे जब उन्हें डिग्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेगी। अगर राष्ट्रपति यह डिग्री नहीं दे पाती हैं, तो वे गवर्नर या उच्च शिक्षा मंत्री से अपनी डिग्री लेने की मांग कर रहे हैं। स्कॉलर्स का कहना है कि अगर उनकी यह मांग नहीं मानी गई, तो वे समारोह का बहिष्कार करेंगे। इस विवाद को लेकर DAVV प्रशासन भी चिंतित है। विश्वविद्यालय के अधिकारी स्कॉलर्स को समझाने में जुटे हैं ताकि समारोह में कोई रुकावट न हो। विश्वविद्यालय ने छात्रों से अपील की है कि वे कार्यक्रम में शांति बनाए रखें और सम्मानपूर्वक समारोह का हिस्सा बनें।

कुलगुरु रेनू जैन का बयान


इस पूरे मामले पर DAVV की कुलगुरु रेनू जैन ने कहा, “हम छात्रों की मांग को ऊपर के स्तर पर रखेंगे। अगर राष्ट्रपति उन्हें डिग्री दे सकती हैं, तो यह बहुत अच्छा होगा। लेकिन अगर यह संभव नहीं हो पाता और छात्र फिर भी विरोध करते हैं, तो यह विश्वविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचाने जैसा होगा। यह ठीक नहीं है कि जिस थाली में खा रहे हैं, उसी में छेद करेंगै।”

समारोह की तैयारियों पर विवाद का असर


दीक्षांत समारोह की तैयारियों के बीच यह विवाद अब एक गंभीर मुद्दा बन गया है। प्रशासन यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि समारोह सुचारू रूप से संपन्न हो। इस विवाद से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर भी असर पड़ सकता है, और इसलिए अधिकारी इसे जल्द सुलझाने के प्रयास में लगे हुए हैं।

राष्ट्रपति का दौरा और दीक्षांत समारोह


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू18 और 19 सितंबर को इंदौर के दौरे पर रहेंगी। इस दौरान 19 सितंबर को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन होगा। समारोह में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ छात्रों को गोल्ड मेडल और डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। हालांकि, पीएचडी स्कॉलर्स के विरोध ने समारोह को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है। यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद कैसे सुलझता है और DAVV के दीक्षांत समारोह का आयोजन किस प्रकार से होता है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m