मनेंद्र पटेल, दुर्ग। कवर्धा के लोहारडीह गांव में हुई आगजनी और हत्याकांड के मामले में अब राजनीति शुरू हो चुकी है। गृह मंत्री विजय शर्मा के जेल में बंद महिला बंदियों से मुलाकात करने के बाद अब 33 महिला बंदियों से मिलने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक केंद्रीय जेल दुर्ग पहुंची। यहां उन्होंने महिला बंदियों से पूछताछ कर बयान दर्ज किया। उनके साथ में एक शासकीय डॉक्टर, पुलिस प्रशासन की ओर से आईयूसीएडब्ल्यू प्रभारी पद्मश्री तंवर और दुर्ग तहसीलदार क्षमा यदु उनके साथ मौजूद थीं।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने इस मामले में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जेल में 33 महिला को गिरफ्तार कर रखा गया है। इनमें से 30 महिलाओं के शरीर पर चोट के निशान हैं। महिलाओं को अलग कमरे में ले जाकर पर्सनली उनसे बातचीत की और उन्होंने अपने कपड़े हटाकर अपने घाव दिखाए।
किरणमयी नायक ने कहा कि घटना के बाद घरों में घुसकर कई निर्दोष महिलाओं को मारा गया वहीं थाने लाकर भी उनसे मारपीट की गई है। उन्होंने कहा कि एक महिला को गिरफ्तार कर जेल में लाया गया फिर उसकी बेटे के मौत के बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया था। यह किस प्रक्रिया के तहत हुआ इसे जानने की जरूरत है।
किरणमयी नायक ने बताया कि कई महिलाओं के शरीर पर चोट हैं, जो बता रहे हैं कि उनके साथ में कितनी बर्बरता की गई है। इनमें कई देवरानी जेठानी है तो कई एक ही परिवार के हैं। किरणमयी नायक ने बताया कि अपनी जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस व राज्यपाल को सौंपेगी।
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