मध्य प्रदेश में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। कई जिलों के दर्जनों गांव चपेट में आ गए हैं। मुरैना, डबरा और नरसिंहपुर में जनजीवन अस्त व्यस्त है। जिसके बाद स्थिति को संभालने के लिए आर्मी और NDRF की टीमों को उतरना पड़ा। जानिए किन जिलों में क्या हालात हैं… 

मुरैना में दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में

गजेंद्र तोमर, मुरैना। पगारा डैम के सभी गेट खुलने के बाद आसन नदी उफान पर है। इसकी वजह से दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। लोहागढ़ गांव में 50 से ज्यादा लोग फंस गए, जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने पुलिस के सहयोग से रेस्क्यू कर लोगों को बाहर निकाला। 20 साल बाद ग्रामीण इलाके की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई है। 

दरअसल, नूराबाद थाना इलाके के लोहगढ़ करुआ गांव के पास कई लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। भीषण बाढ़ की वजह से हजारों बीघा बाजरा, तिलहन और अरहर की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई।

 शटरिंग से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली बहा

खेड़ा कला के गुरा में शटरिंग से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी में बह गया। ग्रामीणों ने मशक्कत के बाद ट्रैक्टर ड्राइवर को सुरक्षित निकाला। वहीं दो व्यक्ति तेज बहाव में बह गए। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने SDRF को बुलाया और राहत बचाव कार्य शुरू किया। वहीं ग्रामीण डूबे हुए व्यक्तियों की तलाश में जुटे हैं। 

डबरा में गांव में फंसे 20 लोगों को किया रेस्क्यू

सतीश दुबे, डबरा।  मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिला में बारिश से कई गाड़ियों ने जल समाधी ले ली है। डबरा के भितरवार विधानसभा के पवाया और मानपुर गांव में जरीब 20 लोग फंस गए थे। 
बाढ़ के हालात बनने के बाद टापू पर रहकर ग्रामीण मदद का इंतजार करते रहे। जिसके बाद भारतीय सेना और NDRF सहित प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और सभी लोगों को सुरक्षित निकाला।

दरअसल, पार्वती नदी में जल स्तर बढ़ने से गांव में बाढ़ आ गई थी, जिसकी वजह से ग्रामीण फंस गए थे। भारतीय सेना के मेजर अभिमन्यु के नेतृत्व में रेस्क्यू अभियान चला। एसडीएम, एसडीओपी सहित प्रशासनिक बल की मौजूदगी में सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। रेस्क्यू के बाद सभी बाढ़ पीड़ितों को मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया।

नरसिंहपुर में कलेक्टर और एसपी की मौजूदगी में हुआ रेस्क्यू

दीपक कौरव, नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में बाढ़ की वजह से हालत बेहद खराब हैं। कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों की सहायता से लोगों का रेस्क्यू किया गया। गोटेगांव के पास नर्मदा नदी के झांसी घाट में फंसे चार युवकों को रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित निकाला। इस दौरान जिले की कलेक्टर शीतला पटले और एसपी मृगाखी डेका मौजूद रही। रेस्क्यू कर बचाने वाले युवकों का नाम गोलू वर्मन, ऋषिराज ,संतोष और अनिल बताया जा रहा है। 

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