Child Care Tips: आपने-हमने अपने दौर में जरूर दादी-नानी से ढेर सारी कहानियां सुनी होंगी. जिद की होगी कि कहानी सुनाओ न नानी..और ये कहानियां आज भी हमारे जहन में कहीं न कहीं मौजूद हैं. क्योंकि कहानियां हमेशा अपना इंपैक्ट छोड़ जाती हैं. मगर, आज के कथित आधुनिक दौर में जब टीवी, मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रानिक गेजेट्स आ चुके हैं, बच्चे इनके पीछे पागल हैं. मगर, कहते हैं न कि कहानियां का दौर कभी खत्म नहीं होता, बसरते हम अपनी विरासत को आगे बढ़ाएं. ऐसे में आपकी एक बेड टाइम स्टोरी, आपके बच्चे के साथ आपकी खूबसूरत यादें तैयार कर सकती हैं.
तो ले चलिए अपने बच्चों को कहानियों की दुनिया में. जो कल्पनाशीलता, रचनात्मकता को पंख देती हैं. कहानियां आज भी सबसे पावरफुल टूल हैं, संदेश को समझाने का, भावनात्मक जुड़ाव का. आइए आपको बताते हैं कि बच्चों को कहानियां क्यों सुनानी चाहिए.
बच्चों को कहानियां सुनाने के फायदे-
1- कहानियां सुनाने से पेरेंट्स और बच्चों के बीच एक कनेक्शन बनता है. बच्चों को अगर कहानियां पसंद आ जाएं तो वे बार-बार इन्हें सुनाने की जिद करते हैं. आप इन्हें सुनाएं, ताकि वे मोबाइल, टीवी से दूर हों. बच्चों को मीनिंगफुल कहानियां सुनाएं. उनसे डिस्कशन करें. बच्चों को कहानियों के साथ इंगेज करें. ताकि वे खुद को कहानी में महसूस करें.
2- कहानियां बच्चों की याद्दाश्त बढ़ाती हैं. बच्चों को कुछ कहानियां पसंद आती ही हैं, जिसे वह बार-बार सुनना चाहते हैं. आप सुनाएं. इससे बच्चों की स्मृति का भी विकास होता है.
3- कहानियों के जरिए आप नैतिक गुणों को हंसते हुए बच्चों को सिखा सकते हैं. डिसिप्लेन भी सिखा सकते हैं.
4- आजकल पेरेंट्स नौकरीपेशा होते हैं. बच्चों के साथ रात के समय ही साथ रह पाते हैं. ऐसे में जितना समय साथ रहें, बच्चों को पूरा समय दें. अगर, आप उन्हें कहानियां सुनाते हैं वे आपके साथ जुड़ते हैं.
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