विक्रम मिश्र, लखनऊ. ऐसा लग रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस इन दिनों अंधेरे में तीर छोड़ रही है या फिर कुछ और ही बात है. हालही में रायबरेली झूठे लूट केस में एक व्यापारी को फंसाने का मामला सामने आया था. अब एक मृत व्यक्ति का शांतिभंग करने में चालान कर दिया गया है. तीन साल पहले मर चुके किसान मैकू से रहीमाबाद पुलिस को अशांति का खतरा है. पुलिस ने उनको आरोपी बनाते हुए चालानी रिपोर्ट न्यायालय में भेज दी.
दरअसल, बीते 29 जुलाई को एसआई करण सिंह ने खगेश्वर खेड़ा गांव मजरे गहदो के मैकू के खिलाफ चालानी रिपोर्ट भेजी थी. जबकि 24 जुलाई 2021 में ही उनकी मौत हो चुकी है. मैकू को पुलिस ने शांतिभंग में पाबंद कर दिया. 29 जुलाई को परिजनों को मैकू के न्यायालय में उपस्थित होने का नोटिस मिला तो परिजन हैरान रह गए. परिजनों ने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाया तो पुलिस कर्मियों ने मामला किसी को बताने के लिए मना कर दिया.
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जमीन विवाद में दोनों पक्षों पर हुई थी कार्रवाई
यूपी पुलिस ने जमीन के विवाद में प्रथम पक्ष के मैकू, लेखराम, लल्लू और द्वितीय पक्ष के सुरेश ,रामचंद्र ,खेलावन, रमेश, राजकुमार समेत आठ लोगों के खिलाफ चालानी रिपोर्ट भेजी थी. इस संबंध में थाना प्रभारी रहीमाबाद अनुभव सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जा चुकी है. अब ऐसे में बड़ा सवाल पुलिस की कार्रवाई पर उठना लाजिमी हो जाता है.
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